शिमला- चौपाल
10.01.2023
संजीव शर्मा
लंबे समय से सूखे की मार झेल रहे किसान-बागवान एक बार फिर मौसम के न बरसने से काफी ज्यादा निराश लग रहे थे। मौसम विभाग के द्वारा जारी अलर्ट के बाद भी मौसम में कोई परिवर्तन नही दिख रहा था।अगर हम बात करे तो राजधानी शिमला में और ऊंचाई वाले क्षेत्र चौपाल में लगातार कई दिनों से आसमान बादलों से ढका रहा किंतु बरसने की उम्मीद लगाए बागवानों को निराशा ही हाथ लगी । हालांकि शिमला जिला की सबसे ऊंची चोटी चूरधार में बर्फ जरूर गिरी है जिस से आसपास के इलाकों में शीत लहर का प्रकोप देखने को मिला। मंगलबार से लगातार आसमान पर हल्के बादल देखते ही मौसम के बदलने की उम्मीद लगाई जा रही थी जिस से बागवानों के चेहरे खिल गए।
किंतु मौसम के बरसने की गति धीमी पड़ गई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार और शनिवार को मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि शिमला,चौपाल में मौसम विभाग के पूर्वानुमान का असर देखने को मिला सकता है जिस से बारिश या बर्फबारी हो सकती है। किंतु दो दिन बाद फिर से मौसम साफ रह सकता है। लगातार मौसम की इस आंख मिचौली में बागवानों की आगामी सेब की फसलों पर असर देखने को मिल सकता है। बागवानों का कहना है कि यदि मौसम नही बदला और बर्फ नही गिरी तो इस वर्ष सेब की फसलों का नुकसान हो सकता है। ऐसे में पूरे प्रदेश के साथ उपरी शिमला,चौपाल,के साथ पहाड़ी इलाकों में ठंड का प्रकोप तो जरूर बढ़ गया लेकिन अभी भी बागवानों को बर्फ गिरने की उम्मीद है।