चौपाल- देहा
07.06.23
संजीव शर्मा
हिमाचल प्रदेश पूरे भारत में शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, दिन प्रति दिन शिक्षा के क्षेत्र में सरकार और शिक्षकों के द्वारा लगातार सुधार किया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापकों सहित अन्य अधिकारी भी अपने स्तर पर बेहतर सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे ही शिक्षा को और अधिक मजबूत करने और बच्चो के उज्वल भविष्य को संवारने को लेकर शिमला जिला के दूरदराज क्षेत्र चौपाल के राजकीय केंद्र प्राथमिक विद्यालय में जे बी टी के पद पर कार्यरत कान्ता भूषण शर्मा हर संभव प्रयास कर रही है। कांता भूषण ने अपने 21 वर्ष के शिक्षण कार्यकाल में नये नवाचारों से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया । शिक्षिका ने 2007 में राजकीय केंद्र प्राथमिक विद्यालय देहा में बच्चों की स्वच्छता और आत्मविश्वास को बढाने के लिए अभिभावकों को विशवास में लाकर समार्ट ड्रैस को शुरू किया। वर्ष 2016 में प्रथम व द्वितीय कक्षा में इंग्लिश मीडियम शुरू करवाने का कार्य भी किया। बच्चों के मन की बात समझना और सिखना व सिखाना कांता भूषण का मुख्य उद्देश्य है । अध्यापिका द्वारा हमेशा से बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए बाल केन्द्रित शिक्षण विधा को अपनाया गया है जिसमें बच्चों को रोल -प्ले ,मुखोटे द्वारा कहानी, कबाड़ से जुगाड़, टी एल एम द्वारा पढाना,आर्ट एण्ड ड्राईनग ,करसिव रार्इटिंग, एबेकस टूल द्वारा गणित व गतिविधि आधारित अधिगम द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य किया जा रहा है । शिक्षा के क्षेत्र में हर सरकारी विद्यालय के सभी शिक्षको को शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए इस तरह की सोच और जज्बे को सीखते हुए घर तथा विद्यालय में ऐसे कार्य करते रहने चाहिए जिस से सरकारी स्कूल व शिक्षा का स्तर और बेहतर हो सकें।