शिमला-चौपाल
वियूरो रिर्पोट
मकर सक्रांति या सग्रांद हिमाचल प्रदेश के साथ उपरी शिमला का एक मुख्य त्यौहार है। माघ का महिना आते ही धर्म का कार्य शुरू हो जाता है। या यूं कहे कि माघ मास धार्मिक महीने के रूप में जाना जाता है। मकर संक्रांति के दिन सभी लोग अपने कुलिष्ट के मंदिरों में माथा टेकते है। इसके साथ ही अगर बात करे तो चोदह परगनो के आराध्य देवता विजट महाराज के मंदिरों में भी हजारों लोग आज के दिन माथा टेकते है। विजट महाराज के मन्दिर में माघ महीने की सुबह की शुरआत बर्फ की सफेद चादर के साथ हुई। मकर संक्रांति के दिन मंदिर में पूजा हवन किया जाता है। आज के दिन मंदिर के भण्डारी,पुजारी,चाकर,नंबरदार और हाम्बल की जानता के द्वारा मंदिरों में प्राचीन परम्परा के चलते गो दान भी किया जाता है और माधा साजी के दिन प्रात: काल ब्रह्म महुरत में उठकर स्नान आदी से निवृत्त होकर पूजा अर्चना की जाती है। घर के पुजा स्थल और गांव के मंदिर में देव प्रतिमाओं को स्नान कराया जाता है। सिंदूर से मुर्तियो को रंग के धुप दिप नैवेद्य समर्पित करके अपने स्थान पर रख दिया जाता है। उन्हें खिचड़ी, हलवा पुरी का भोग लगाया जाता है। दूरदर्शन लाइव के एडिटर संजीव शर्मा ने चौपाल की जानता और सभी प्रदेश वासियों को मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं दी है।