संजीव शर्मा
19.09.2024
चौपाल
शिमला जिला की कुपवी तेहसिल के काँडा बनाह से संबंध रखने वाले कथा व्यास आचार्य रामदत्त शर्मा को ज्योतिष विज्ञान अनुसंधान के क्षेत्र में शंखनाद मीडिया द्वारा विशिष्ट सम्मान ” सिरमौर गौरव -2024 दिया गया। सौ से अधिक भागवत कथा कर चुके ज्योतिष के प्रकांड विद्वान और ज्ञाता के रूप में खूब प्रसिद्धि कमा रहे आचार्य रामदत्त शर्मा सनातन संस्कृति, ज्योतिष महाविद्या के संरक्षण को पिछले 40 वर्षों से वर्तमान तक खूब महत्व दे रहे हैं, अंक ज्योतिष के साथ साथ धार्मिक अनुष्ठान में सदैव ही सकारात्मकता का भाव रखते वाले कुशल कथा व्यास के रूप आचार्य रामदत्त शर्मा सनातन धर्म का झंडा लेकर धर्म का प्रचार कर रहे है, डी डी लाइव हिमाचल के साक्षात कार में आचार्य ने बताया कि ज्योतिष को विज्ञान के रूप में मानने का तर्क यह है कि इसका उपयोग हज़ारों सालों से विभिन्न संस्कृतियों और समाजों में दुनिया को समझने और व्याख्या करने के साधन के रूप में किया जाता रहा है। वास्तव में ज्योतिष का उपयोग मौसम के मिजाज़, प्राकृतिक आपदाओं और यहाँ तक कि राजनीतिक घटनाओं की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता रहा है और ज्योतिष विषय बहुत ही प्राचीन है। प्राचीन काल में ग्रह, नक्षत्र और अन्य खगोलीय पिण्डों का अध्ययन करने के विषय को ही ज्योतिष कहा गया था। इसके गणित भाग के बारे में तो बहुत स्पष्टता से कहा जा सकता है कि इसके बारे में वेदों में स्पष्ट गणनाएं दी हुई हैं, कथा व्यास के रूप में प्रसिद्ध आचार्य रामदत्त शर्मा को ,जिला सिरमौर ,हिमाचल सहित अनेक राज्यों के यजमानों द्वारा इन्हें खूब आदर और सम्मान मिल रहा है। संतुष्ट प्रवृति के ब्राह्मण रामदत्त शर्मा ने बताया कि वह उनके गुरु,कुलिष्ठ देवता भगवान शिर्गुल महाराज विजट महाराज के आशीर्वाद से सदा ही पूरी निष्ठा से ,पवित्र भाव से और निश्चल मन से अपना कर्तव्य निभाते हैं और बिना प्रचार प्रसार के अपने विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों को सम्पन करते हैं ,इस सम्मान से उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए सभी को आशीर्बाद दिया और कहा कि वह हमेशा सनातन संस्कृति को उजागर करते रहेगे